शासकीय प्राथमिक शाला झुनकू में माँ सरस्वती की पूजा कर, मनाया गया बसंत पंचमी उत्सव

देवरीकलां-: शासकीय प्राथमिक शाला झुनकू ग्राम में बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की पूजा हुई बच्चों द्वारा सस्वर सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई हिंदू धर्म में बसंत पंचमी का विशेष महत्व है मां सरस्वती को संगीत और कला की जननी माना जाता है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार ब्रह्मा ने ब्रह्मांड की रचना की लेकिन वह परेशान थे कि उनकी रचना शांत और मृत शरीर के समान थी क्योंकि ब्रह्मांड में कोई ध्वनि और संगीत नहीं था ब्रह्मा विष्णु के पास गए और उन्हें परेशानी बताई विष्णु ने सुझाव दिया की देवी सरस्वती मदद करेंगी और समाधान देंगे बसंत पंचमी पर देवी सरस्वती प्रकट हुई उन्होंने वीणा बजाना शुरू किया तो पहला अक्षर 'सा' निकला जो संगीत के सात स्वरों में पहला है उनके हाथ में वीणा होने से वीणापाणि भी कहा जाता है शाला प्रभारी प्रमोद कुमार चौबे ने बताया की इस दिन को मां सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है मां सरस्वती ज्ञान और विद्या की देवी हैं बसंत पंचमी के अबूझ मुहूर्त में शिक्षा आरंभ करना शुभ माना जाता है इसलिए इस दिन विद्या संस्कार भी किया जाता है संगीत या कला की शिक्षा शुरू करने से पहले मां सरस्वती की पूजा की जाती है
संवाददाता - रामबाबू पटैल, जिला सागर (मध्यप्रदेश) 
Reactions:

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ