चरित्र सत्यापन के लिए प्राचार्य द्वारा छात्रों को किया जाता है प्रताड़ित
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मौ | भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन ने नायब तहसीलदार मौ को शिक्षा मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है जिसके माध्यम से उन्होंने शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में फीस के नाम पर चल रही अवैध फीस वसूली के बारे में अवगत कराते हुए कहा है कि जहां एक ओर मध्यप्रदेश शासन के माननीय मुख्यमंत्री द्वारा निजी विद्यालयों को यह निर्देश दिए जा रहे हैं कि कोरोना संकट के चलते निजी विद्यालय शिक्षण शुल्क के अलावा कोई शुल्क वसूल नहीं करेंगे
वहीं दूसरी ओर मौ नगर में संचालित शासकीय बालक उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्राचार्य रामराज सिकरवार जी के आदेश अनुसार छात्रों से अन्य स्कूलों की अपेक्षा अधिक फीस वसूली जा रही है साथ ही उसकी रसीद भी नहीं दी जा रही है और उन्होंने कहा जहां विद्यालय का समय सुबह 10: 30 से शाम 4:30 बजे तक है तो वही विद्यालय समय से पूर्व ही बंद कर दिया जाता है
तथा जब कोई विद्यार्थी अपनी नौकरी के लिए चरित्र प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जाता है तो प्राचार्य महोदय उसके चरित्र प्रमाण पत्र पर अपने हस्ताक्षर करने से इंकार कर उन्हें प्रताड़ित किया जाता है और जिस वजह से कई छात्र अपनी सरकारी नौकरी से वंचित रह जाते हैं। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षा मंत्री से छात्रों के हित में उचित फीस निर्धारित करके प्राचार्य पर उचित कार्रवाई कर, फीस दे चुके छात्रों की बाकी की फीस वापस कराई जाने की मांग की तहसीलदार गुप्ता ने छात्रों को उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया
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