देवरीकला-: योग दिवस का तात्पर्य महर्षि पतंजलि के योग सूत्र के अष्टांग योग से है- यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि यही योग दिवस का सार और सार्थकता है।आज, 21 जून 2024, हम सब अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहे हैं। यह दिन हमें योग के महत्व और इसके लाभों को याद दिलाता है। योग केवल एक व्यायाम नहीं है, बल्कि यह एक प्राचीन भारतीय प्रथा है, जो शरीर, मन और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करने का कार्य करती है योग हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को संवारता है इसके नियमित अभ्यास से न केवल हमारी शारीरिक शक्ति और लचीलापन बढ़ता है, बल्कि मन की शांति और मानसिक स्पष्टता भी प्राप्त होती है आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में, तनाव और चिंता से मुक्त रहने के लिए योग एक अमूल्य साधन है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से, 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 21 जून को "अंतरराष्ट्रीय योग दिवस" घोषित किया। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि योग, जो भारतीय संस्कृति और परंपरा का हिस्सा है, आज पूरी दुनिया में अपनाया जा रहा है। विकास खंड शिक्षा अधिकारी अजय नगरिया वि०खं० योग सचिव), के द्वारा बताया गया कि देवरी वि०खं० में योग दिवस के अवसर पर 42 जनप्रतिनिधी, अनुविभागीय अधिकारी मुनब्बर खान, 32 विद्यालय, एवं सभी माध्यमिक, हाई,हायर सेकेंडरी स्कूल, 852 विद्यार्थी, 188 शिक्षक, कई गणमान्य नागरिक शामिल रहे। राज्य स्तरीय योगाधारी प्रमोद कुमार चौबे के द्वारा बताया गया कि, सफलता तीन चीजों से मापी जाती है-धन, प्रसिद्धि और मन की शांति। धन और प्रसिद्धि पाना आसान है, मन की शांति केवल योग से मिलती है। योग दिवस यानी प्रतिबद्ध होने का दिन, कि आज से योग प्रतिदिन, योग से प्राप्त स्वास्थ्य और ऊर्जा का उपयोग समाज धर्म और राष्ट्र के लिए अवश्य करूंगा। शासकीय माध्यमिक शाला झुनकू ग्राम में प्राथमिक शाला और माध्यमिक शाला की योग कक्षा का संयुक्त आयोजन किया गया। जिसमें स्थानीय सरपंच महेश पटेल, स्कूल प्रधानाध्यापक सरिता गुप्ता,भगवती भटेले, प्रेमलता नामदेव, हरिकृष्ण चौबे, डी के जैन एवं अन्य शिक्षक शिक्षिका, प्यारे बच्चे, अन्य लोग उपस्थित रहे और कार्यक्रम को सफल बनाया
संवाददाता - रामबाबू पटैल, जिला सागर (मध्य प्रदेश)
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