भोपाल : नवरात्रि की नवमीं पर लाड़ली उत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ, सरकार ने बेटियों के लिए उठाए ये बड़े कदम जानिए ? | Mau Tv News

गीता,गंगा,गायत्री ,सीता सत्या, सरस्वती हैं बेटियां : सीएम शिवराज





सरकार ने बेटियों के लिए उठाए ये बड़े कदम -
1. बेटियों के साथ दुष्कर्म करने वाले को फांसी की सजा देने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य।
2. बेटियों के अपहरण और उनके गायब होने की घटनाओं के लिए चलाया गया मुस्कान अभियान
अभियान में, 10 हजार से अधिक बेटियों को दुष्टों के चंगुल से छुड़ाया गया।
3.बहन-बेटियों को बुरी नजर से देखने वालों को सबक सिखाने के लिए और समाज में जागरूकता लाने के लिए सम्मान अभियान चलाया गया।
4. किशोरियों की सुरक्षा, पोषण, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता की जागरूकता के लिए पंख अभियान प्रारंभ किया गया।
5. 311 विकासखण्डों के विद्यालयों में बालिकाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने के लिए अपराजिता प्रशिक्षण शिविर का आयोजन।
6. 23 हजार बालिकाओं को जूडो, कराटे, ताईक्वाण्डो का दिया जा रहा प्रशिक्षण।

लाड़ली लक्ष्मी योजना की उपलब्धियां -
1. प्रत्येक लाड़ली बालिका के नाम से ₹1 लाख 18 हजार का प्रमाण पत्र जारी किया जाता है।
2. अब तक योजना के अंतर्गत लगभग 9 हजार करोड़ का व्यय किया गया।
3.) 40 लाख से अधिक बालिकाओं का पंजीयन हो चुका है।
4.) 6 लाख 62 हजार बालिकाओं को ₹185 करोड़ की छात्रवृत्ति का वितरण किया जा चुका है।
5.) वर्ष 2021-22 के बीते 6 माह में 1 लाख 31 हजार नई बालिकाओं का पंजीयन किया गया।
6.) आज के कार्यक्रम में 21 हजार 650 लाड़ली लक्ष्मियों के खातों में कुल ₹5 करोड़ 99 लाख की छात्रवृत्ति का ट्रांजेक्शन किया जा रहा है।
7.) आज के आयोजन में पूरे प्रदेश से लगभग 35 लाख लाड़ली बालिकाएं जुड़ीं।
8.) प्रदेश की लाड़ली लक्ष्मी योजना को देश भर में मिली सराहना।
9.) लाड़ली लक्ष्मी योजना को अनेक राज्यों ने अपनाया

मुख्यमंत्री श्री चौहान और बेटियां -
1.) श्री शिवराज सिंह चौहान का बेटियों के प्रति लगाव और उनके जीवन को खुशहाल बनाने का लक्ष्य वर्षों से अनवरत जारी है।
2.) बेटियों के लिये विदिशा में सुदंर आश्रम शुरू कराना हो या फिर कन्यादान और विवाह सम्मेलन।
3.) हाल ही में उन्होंने अपनी तीन बेटियों का ​विवाह करवाया, जो विदिशा के सुंदर आश्रम में रहकर श्री​मति साधना सिंह जी के विशेष मा स्वरूप आंचल में पली बढ़ी।
4.) तीनों बेटियों को 1998 में अपने साथ लाए थे,तब वे सब ढाई-तीन साल की थीं। उनका कोई अभिभावक नहीं था। उन्हें माता पिता का स्नेह देकर उनके जीवन को संवारा है।
5.) बेटियों के प्रति प्रेम उनकी सुरक्षा और सम्मान का भाव आज अनेक योजनाओं में फलीभूत हो रहा है।
6.) प्रदेश सरकार की योजनाओं से एक ओर बेटियों को आगे बढ़ने के अवसर मिले हैं,तो वहीं आज बेटियों के प्रति समाज की सोच में बदलाव आया है।
7.) बेटियां सफल और सशक्त बन रहीं है।
आज सबसे प्रभावी योजना के माध्यम से प्रदेश में लगभग 40 लाख लाड़ली लक्ष्मियां दर्ज हैं।
8.) जिसने कन्या भ्रूण हत्या जैसे पाप में रोक और लैंगिक अनुपात को भी समानता प्रदान की है।
9.) गरीब माता पिता जो बेटियों के विवाह करने में समर्थ रहे,उन्हे हर संभव मदद कराना ही मानो मुख्यमंत्री श्री चौहान का प्रारंभिक जीवन लक्ष्य रहा हो।
10.) विधायक और सांसद बनने के बाद इस अभियान को गति मिली और बेटियों के विवाह सम्मेलन और कन्यादान के इस रुप ने विराट स्वरूप ले लिया।
11.) हाल ही में हॉकी के माध्यम से देश में गौरवगान कराने वाली बेटियों का भोपाल बुलाकर सम्मान किया।
12.) उनकी सोच और बेटियों के कल्याण का अभियान अनेकों योजनाओं का रूप ले चुका जिसके सार्थक परिणाम हम सबके सामने हैं।

जैसे- 
-लाड़ली लक्ष्मी योजना
- कन्या विवाह/ निकाह योजना
- लाड़ो अभियान
- स्वागतम लक्ष्मी योजना
- शौर्या दल
- उदिता योजना
- लालिमा योजना
- उषा किरण योजना
- वन स्टॉप सेंटर
- अटल बिहारी बाजपेयी बाल आरोग्य एवं पोषण मिशन
- मुख्यमंत्री महिला सशक्तिकरण योजना
- मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम

-मुख्यमंत्री श्री चौहान हर समय अपने भाषणों में कहते हैं कि 'बेटियां भाग्य हैं। शक्ति हैं,सौभाग्य हैं। बेटियां मान हैं। बड़ा सम्मान हैं। पिता की आन हैं। घर का स्वाभिमान हैं। खुशहाली का गान है। सुंदर सपनों की उड़ान हैं। बेटियां सदैव खुश रहें, यही संकल्प, मेरे हृदय में गुंजायमान है।
Source - PROJansampark Madhya Pradesh
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