देवरी कला-: दिन बुधवार को राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रदेश के ब्लाक स्तर पर आनलाईन एप बंद कराने आन्दोलन किया गया जिसमे सागर के देवरी से आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता एवं सहायिका यूनियन एटक संघ की जिला अध्यक्ष सूरज लोधी के नेतृत्व मे सेकड़ो महिलाये दोपहर 1बजे अनुविभागीय अधिकारी देवरी कार्यालय रैली के रूप मे नारे लगाते हुए पहुंची जहा पर अनुविभागीय अधिकारी को प्रधानमंत्री, महिला बालविकास केंद्रीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री के नाम 16 मांगो का ज्ञापन सौपा जिसमे मुख्य माँग पोषण ट्रेकर एप, फेस केप्चर एप बंद करने की मांग की गई जिस एप के सुरु होने से कार्यकर्त्ता सहायिका काफ़ी नाराज देखने मिली ज्ञापन मे स्पस्ट कहा गया की हम सभी महिलाओ से ऑफ लाइन ही काम कराया जाये ऑनलाइन काम नहीं करेंगे जब तकऑनलाइन एप और हमारी मांगे पूरी नहीं होंगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा संघठन दुबारा ज्ञापन मे मांग की गई की
आंगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं सहायिकाओं को सरकारी कर्मचारी बनायें तब तक न्यूनतम वेतन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता को 32000/- रूपये एवं सहायिका को 26000/- रूपये प्रतिमाह दिये जायें।पोषण ट्रेकर एप बंद किया जाये, फेस कैप्बर बंद किया जाये, टेक होम राशन मानदेय से जोड़ने, जो कार्य नेटवर्क की समस्या, मोबाईल की घटिया क्वालिटी का होना, जिससे आंगनवाड़ी का कार्य नहीं होने पर जिला प्रशासन के द्वारा बार-बार दबाव बनाकर 5 का मोबाईल खरीदने के लिये अधिकारियों के द्वारा मानसिक प्रताड़ना के कारण आंगनवाडी कार्यकर्ताओं का बीमार होना, बी.पी. से ग्रसित और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की मृत्यु जैसी अनेकों घटनाएं घटित हो चुकी हैं। उनकी मानसिक अत्याचार घटनाओं पर रोक लगाई जाये। सेवाकाल में आंगनवाडी/कार्यकर्ता की मृत्यु होने पर उन्हें रिटायरमेट लाभ में राशि का भुगतान किया जायेरिटायरमेंट के बाद 500000/- रूपये की राशि एवं पेंशन 10000/- रूपये तथा परिवार के किसी भी सदस्य को अनुकम्पा नियुक्ति दी जायेमाननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अनुसार 2022 के.एल.पी.ए. संख्या 3158 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए ग्रेच्यूटी का शीघ्र भुगतान किया जाये।तीन से छः वर्ष के बच्चों के लिये के.जी.1-के.जी.2 की शिक्षा जैसे प्रारंभिक बाव्यावस्था, देखभाल, शिक्षा एवं विकास आंगनवाडी केन्द्रों में देने की उचित व्यवस्था, पर्याप्त राशि उपलब्ध करायी जाये, आंगनवाडी केन्द्रों को नोडल ऐजेंसी बनाया जाये, नई शिक्षा नीति को वापस लिया जाये। फेस कैप्बर, फेस आई.डी., ओ.टी.पी. चेहरे की पहचान के माध्यम से हितग्राहियों को टेक होम राशन (टी.एच.आर.) वितरण बिलकुल भी सम्भव नहीं है। इसे तत्काल बंद किया जाये। स्कीप वाली व्यवस्था की जाये। पोषण ट्रेकर नेटवर्क आधारित है, नेटवर्क नहीं मिलने ग्रामीण क्षेत्रों में लाईट नहीं मिलना व बार-बार वर्जन बदलना और पूर्व में महिला एवं बाल विकास के द्वारा उजी का लावा कंपनी का घटिया क्वालिटी का मोबाईल टीक से काम नहीं करने से कार्य प्रभावि हो रहा है। शीघ्र 2013 में रजिस्टर वितरण किये गये थे। उन्हीं रजिस्टर पंजीयों में कार्य कराया जाये। अगर नहीं तो 20000/- की राशि कार्यकर्ता के खाते मेंदी जाये, प्रतिमाह डाटा हेतु पर्याप्त राशि दी जाये। यह आंगनवाडी कर्मियों के मानदेय से अलग दी जाये। आई.सी.डी.एस. का निजीकरण बंद किया जाये। प्राईवेट स्कूल बंद किये जायें। फेस कैम्बर में जो आधार कार्ड पर जो मोबाईल दर्ज हैं वह सिम बंद होती है हितग्राहियों को गर्भवती धात्री, छःमाह से तीन वर्ष को समझाईस देने के बाद भी आधार कार्ड अपडेट नहीं करातें हैं। प्रति सप्ताह परेशानी होती है ऐसी स्थिति में अन्य कार्य प्रभावित होते हैं। टी.एच.आर. की जगह मुड़ चना फल्ली, ड्राई फुट को रखा जाये। हितग्राही के घर कार्यकर्ता बार-बार जाती है फेस कैम्बर करने, फोटो खींचने घर के बुजुर्ग, पति साफ मना करते हैं और कार्यकर्ता के अभद्र व्यवहार, और सिर पर डण्डे मारने का कृत्य की कुछ जिलों घटना सामने आई है। ईकेवाय सी. के लिये ओ.टी.पी. देने से मना करते है। कथित घटना हितग्राही द्वारा ओ.टी.पी. देने से बैंक खाते खाली हो गये इसे बंद किया जाये। पोषण ट्रेकर में टी.एन.आर. वितरण में स्कीप एप को चालू किया जाये जिससे कुपोषण न फैले। पोषण ट्रेकर अंग्रेजी में होने के कारण कार्यकर्ताओं से गलतियां होती हैं, यह कार्यकर्ता, सहायिका को पद देने के पूर्व समय यह सुनिश्चित नहीं किया गया था। कार्यकर्ता को प्रमोशन दिया जाये व उथ का प्रावधान न हो। जैसा की 1995 तक प्रमोशन की प्रकिया जारी थी उसे चालू किया जाये। आंगनवाडी केन्द्रों में अन्य राज्यों की तरह एक माह का ग्रीष्मकालीन अवकाश दिया जाये।आई.सी.डी.एस.का केलैण्डर अलग कर लाला रामस्वरूप का केलैण्डर प्रावधान लागू किया जायेआई.सी.डी.एस.के लिये बजट का प्रावधान किया जाये।
अभी कार्यकर्ता के अच्छे कार्य में मासिक 1000/- रूपये की राशि दी जायेगी इसका प्रावधान है यह गलत है। प्रति कार्यकर्ताओं को एक समान राशि दी जाये। अन्य विभागों के कार्य न कराये जायें एवं अधिकारियों के द्वारा अनावश्यक दबाव न बनाया जाये व कार्यकर्ताओं से अधिकारियों द्वारा वसूली न की जाये। छः माह से 5 वर्ष तक के बच्चों का वजन पोषण ट्रेकर में भरने में गलतियां होती हैं तो उसे सुधारने की व्यवस्था कार्यकर्ता को लॉगईन दिया जाये, जिसमें मेमसेम, ठिगनापन, बौनापन, दुबलापन को सुधारा जा सके। कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं का शोषण बंद किया जाये। केन्द्र सरकार, राज्य सरकार द्वारा शोषण न किया जाये व सत घंटे काम न लिया जाये। केन्द्र का समय 10:30 से 4:00 किया जाये। आंगनवाडी कार्यकर्ता दो एप में काम करती है (पोषण ट्रेकर व संपर्क एप) दोनों में एक समान कार्य किया जाता है अतः एक संपर्क एप जो मध्यप्रदेश में है वो बंद किया जाये इन्हीं मांगों का ध्यान दिया जाये। इस दौरान ज्ञापन देने बालो मे श्रीमति सूरज लोधी जिला अध्यक्ष कार्यकर्त्ता एवं सहायिका एटक संघ सागर
पिताम्बरी तिवारी, मालती वेद कुमारी रागनी जेन, सवित्री सरोज राजपूत, सविता गोतम निधि तिवारी राधा पटेलसविता गोड़ रामेती राजपूत रामवती अहिरवार सीमा लड़िया रंजना चौरसिया धर्मा तिवारी तारा गोड़ हरी बाई रेकवार, र,लीला राय,हेमलता साहू,बेजन्ति बाई आदि सेकड़ो की संख्या मे आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता सहायिका उपस्थित रही
संवाददाता - रामबाबू पटेल, जिला सागर (मध्यप्रदेश)
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