Sagar -:समाज में नारी का सम्मान सर्वोच्च स्थान पर - पूर्व गृहमंत्री, विधायक भूपेन्द्र सिंह क्षत्रिय महासभा के मातृशक्ति सम्मेलन को संबोधित किया। The State Halchal News

सागर-: हमारे धर्म और संस्कृति में नारी के सम्मान को शीर्ष पर रखा गया है। रामायण काल में माता सीता का अपमान रावण के विनाश का कारण बना और  महाभारत काल में द्रौपदी के चीर हरण की घटना ने कौरव कुल का विनाश कर दिया। किसी समुदाय की प्रगति का पैमाना यह है कि उस समुदाय में नारी का योगदान और भागीदारी कितनी है। यह बात क्षत्रिय महासभा के वरिष्ठ संरक्षक पूर्व गृहमंत्री, विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह ने क्षत्रिय महासभा जिला सागर द्वारा आयोजित मातृशक्ति सम्मेलन में कही। क्षत्रिय मातृशक्ति सम्मेलन में क्षत्रिय समाज की प्रमुख महिलाओं को सम्मानित किया गया। युवा क्षत्रिय मातृशक्ति ने कार्यक्रम में तलवारबाजी के हुनर का प्रदर्शन किया।

क्षत्रिय महासभा के संरक्षक पूर्व गृहमंत्री, विधायक श्री भूपेन्द्र सिंह ने सम्मेलन में अपने संबोधन में कहा कि क्षत्रिय समाज की बहनें आगे आकर समाज का नेतृत्व करें। आने वाला समय शिक्षा का है, शिक्षा को बाजार में खरीदा नहीं जा सकता, शिक्षा सिर्फ पैसे से नहीं मिलती,  शिक्षा से आप दुनिया में किसी भी ऊंचे स्थान पर पहुंच सकते हैं। उन्होंने बताया कि एक विदेशी लेखक ने लिखा है महिला एक पूर्ण चक्र है, जिसके भीतर सृजन है, पोषण है और परिवर्तन करने की शक्ति है। डॉ. अम्बेडकर ने कहा किसी समुदाय की प्रगति उस समुदाय की महिलाओं द्वारा की गई प्रगति से ही संभव है। चाणक्य ने कहा कि महिलाओं में जो बुद्धि होती है वह पुरूषों के मुकाबले तेज होती है। इस महिलाओं का सम्मान करना समाज की उन्नति का आधार है यह बात स्वामी विवेकानंद जी ने कही।

पूर्व गृहमंत्री श्री सिंह ने कहा कि मुगलों से हमारी बहनों की सुरक्षा करने के लिए पर्दा प्रथा शुरू हुई लेकिन आज के समय में पर्दाप्रथा की आवश्यकता नहीं है। आज हमारी बहनें बराबरी के साथ आगे बढ़ रही है।उन्होंने कहा कि हमारी समाज की बहनें ज्यादा से ज्यादा सत्ता में भागीदारी करें और सत्ता के माध्यम से देश व समाज की सेवा करें।
हमारा देश लोकतांत्रिक है जिसमें सारे अधिकार जनप्रतिनिधियों, सरकार को होते है जिसमें आधी आबादी हमारी बहनों की हैं और जब तक हमारे समाज के अंदर हमारी बहनें बराबरी से आगे नहीं बढ़ेंगी तब तक हमारा समाज आर्थिक और सामाजिक रूप से संपन्न नहीं हो सकता। उन्होंने बताया कि लोकसभा और विधानसभा में भी 33 प्रतिशत आरक्षण महिलाओं को मिल रहा है। जब तक हमारी बहनों को सरपंच से लेकर सांसद तक भागीदारी सत्ता में नहीं होगी तब हम आगे नहीं बढ़ सकते।

क्षत्रिय मातृशक्ति सम्मेलन को संबोधित करते हुए चित्रकूट विधायक सुरेन्द्र सिंह गहरवार ने कहा कि अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने कहा था कि मैं जो कुछ भी हूॅं और जो कुछ भी बनना चाहता हूॅं इसके लिए अपनी मॉं का ऋणी हूं। मेरा आप सबसे अनुरोध है कि आज के समय में शिक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। भारतीय प्रशासनिक सेवा, विज्ञान, कानून, मेडीकल और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में टॉप टेन में छात्राएं आगे बढ़ रही है। बच्चा जन्म से लेकर पांच साल तक अपनी मां के पास रहता है और जो कुछ सीखता है अपनी मां से सीखता है। इसलिए हमारी पहली जिम्मेदारी नारी शक्ति को आगे बढ़ाना है।

श्रीमती अर्चना सिंह ठाकुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि जितनी एक राजपूत की तलवार में ताकत होती है उतनी ही ताकत क्षत्राणियों के कंगन में भी होती है। क्षत्रिय पुरुष जब समाज की सेवा करता है तो हमारे समाज की क्षत्राणियां भी किसी से पीछे नहीं है। जब क्षत्रियों की बात आती है तो अनायास ही राजस्थान का नाम आ जाता है,हमारे बुदेलखंड का इतिहास भी  इससे पीछे नहीं है। बुंदेलखंड की क्षत्राणियों के आख्यान सुन कर हम ओज, शौर्य और पराक्रम से भर जाते हैं। हमें याद है रानियों का वो जौहर जब चंदेरी पर बाबर ने आक्रमण किया था। ये हमारे मध्यप्रदेश के लिए, हमारे बुंदेलखंड के लिए बहुत गर्व की बात है। हम सभी को आने वाले दिनों में हरदौल लला की आल्हा ऊदल की जयंती मना के अपनी एकता का परिचय देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जितने भी समाज है वे सभी अपनी धर्मशाला का निर्माण कराते हैं, लेकिन कोई भी जिले में हमारा क्षत्रिय समाज का कार्यालय और धर्मशालाएं कम ही देखने को मिलती हैं।  

क्षत्रिय महासभा की महिला विंग की जिला अध्यक्ष श्रीमती प्रीति सिंह राजपूत नें कहा कि शस्त्र, सत्य और शास्त्र का प्रतीक होती है। सरल भाषा में कहें तो क्षत्राणी वो है जिसमें मीरा सी भक्ति, भवानी सी शक्ति, और कर्म क्षेत्र में कल्याणी है। हम अन्नपूर्णा हैं, हम ही दुर्गा हैं और हम ही काली हैं। उन्होंने कहा कि हम हमेशा से समाज में सर्वोच्च रहे हैं लेकिन कुछ समय से हमें पीछे धकेला जा रहा है। आज हम सभी यहां एकत्रित हुए है ताकि अपने क्षत्रिय समाज, अपने देश, अपनी बहनों का कल्याण कर सकें ।

सम्मानित हुईं :-
संगीता भदोरिया महिला कबड्डी कोच, श्रीमती कमल सिह वरिष्ठ शिक्षक, सुश्री वंदना तोमर पत्रकार, श्रीमती विनीता राजपूत समाजसेवी पत्रकार, श्रीमती वंदना राजपूत पूर्व जनपद अध्यक्ष, श्रीमती दिव्या सिंह पूर्व जनपद अध्यक्ष, काजल राजपूत 10 जी टॉपर सागर डिस्ट्रिक्ट, राजुल राजपूत गोल्ड मेडलिस्ट,शिविका बैस फैशन डिजाइनर, श्रीमती सुभागी सब इंस्पेक्टर, क्रांति सिंह राजपूत, श्रीमती शशि राजपूत शिक्षा विभाग, वैष्णवी ठाकुर सरपंच बामोरा।

कार्यक्रम के आरंभ में क्षत्रिय समाज की श्रीमती अनीता सिंह राजपूत व श्रीमती श्रद्धा हर्षवर्धन सिंह ने अतिथियों के समक्ष तलवार बाजी का हुनर प्रस्तुत किया। सम्मेलन को वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीमती मीनाक्षी अनिल सिंह ने भी संबोधित किया। सम्मेलन का मंच संचालन श्रीमती मोहनी सिंह ठाकुर ने किया। श्रीमती अंशु सिंह ने आभार व्यक्त किया। सम्मेलन में क्षत्रिय महासभा पूर्व नप अध्यक्ष श्रीमती अर्चना पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह, वरिष्ठ समाजसेवी श्रीमती लीला सिंह, अध्यक्ष क्षत्रिय महासभा सागर श्रीमती प्रीति सिंह राजपूत, पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत सागर श्रीमती दिव्या अशोक सिंह बामोरा,,श्रीमती ऋतु ठाकुर, श्रीमती श्रद्धा ठाकुर, श्रीमती रत्ना सिंह, श्रीमती ज्योति चौहान, श्रीमती अनीता भरत सिंह राजपूत, श्रीमती संगीता सिंह, श्रीमती अंकिता गौर, श्रीमती अर्चना सिंह, श्रीमती साक्षी सिंह, श्रीमती अंशु सिंह, श्रीमती नेहा अमित सिंह, श्रीमती आकांक्षा बुंदेला, श्रीमती विनीता राजपूत उपस्थित रहे
संवाददाता - रामबाबू पटैल, जिला सागर(मध्यप्रदेश) 
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